बीजेपी का घोषणा पत्र जारी होते ही सोशल मीडिया पर ट्रेंड होने लगा नहीं चाहिए जुमला सरकार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की साख जनता के बीच इस कदर गिर चुकी है कि बीजेपी के घोषणा पत्र जारी होते ही सोशल मीडिया पर विरोध के स्वर उभरने लगे. देखते ही देखते सोशल मीडिया पर #NahiChahiyeJumlaSarkar ट्रेंड करने लगा. सोशल मीडिया यूज़र्स ने अपनी पोस्ट और वीडियों के जरिए मोदी की गारंटी को लेकर एक से बढ़ कर एक दिलचस्प प्रतिक्रिया देनी शुरू कर दी. यूज़र्स का कहना है कि पिछले दस साल में मोदी सरकार के हर वादा जुमला ही साबित हुआ है. इसके साथ ही लोगों नेे कांग्रेस के न्याय पत्र और मोदी की गारंटी की तुलना करते हुए #नहींचाहिएजुमलासरकार ट्रेंड कराना शुरू कर दिया. यूज़र्स ने बीजेपी के घोषणापत्र का नाम मोदी की गारंटी रखे जाने की भी खासी खिल्ली उड़ाई.
मोदी की गारंटी जारी होने का फायदा कांग्रेस को खूब मिला. ऑनलाइन यूज़र्स ने कांग्रेस के न्याय पत्र में दी गई 25 गारंटियों को सामने रख कर जुमला पत्र की धज्जियां उड़ा डाली. वहीं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के बयानों के वीडियो भी शेयर किए जाने लगे. मोदी को लेकर लोगों का विश्वास इतना डगमगा या है कि कई यूज़र्स ने मोदी की गारंटी को खतरे की घंटी बताना शुरू कर दिया.
यही नहीं दुनिया का सबसे बड़ा वसूली रैकेट को लेकर शुरू किए गए कांग्रेस के प्रचार अभियान को भी मोदी की गारंटी के जवाब में यूज़र्स ने ट्रेंड कराना शुरू कर दिया.
वहीं, नारी शक्ति सशक्तिकरण की गारंटी पर यूज़र्स ने प्रधानमंत्री मोदी के अकॉउंट से जारी हुआ महिलाओं से जुड़ा हुआ विज्ञापन जारी कर दिया. इस विज्ञापन में प्रधानमंत्री मोदी के लिए 5 हजार लाइक्स और 56 हजार डिसलाइक्स नज़र आरहे हैं.
दिलचस्प बात ये है कि क्षेत्रीय भाषाओं के चैनल्स में दर्शकों की तीखी प्रतिक्रिया के वीडियोज़ भी खासे वायरल होने लगे. इन वीडियोज़ में बीजेपी घोषणापत्र को झूठ का पुलिंदा बता रहे है. वहीं, बहुत से यूज़र्स कार्टून शेयर कर भी मोदी की गारंटी को ट्रोल कर रहे हैं.
मोदी केे गारंटी में सोशल मीडिया के यूज़र्स को कोई भी गारंटी दिलचस्प नहीं लगी. इसके उलट पिछले दस साल में बीजेपी के बड़े-बड़े जुमले लोगों को याद आ गए. चाहें वो सबके खाते में पंद्रह-पंद्रह लाख रुपए का जुमला हो या दो करोड़ नौकरी का झूठ हो, या फिर किसानों की आय दोगुना करने का वादा हो. मोदी की गारंटी के मुकाबले यूज़र्स कांग्रेस के न्याय पत्र को सच्चाई और जनता के मुद्दों से जुड़ा हुआ मान रहे हैं. वही बीजेपी समर्थक यूज़र्स भी मोदी की गारंटी को लेकर निराश नज़र आए.