घर-घर गारंटी कांग्रेस ने की घर-घर गारंटी अभियान की शुरुआत, पांच न्याय,पच्चीस गारंटी बनेगी गेमचेंजर!!
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने उत्तर-पूर्वी दिल्ली से किया अभियान का आगाज़
आज भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने देश भर में घर-घर गारंटी अभियान की शुरुआत कर दी है, आज उत्तर-पूर्वी दिल्ली से पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने खुद शामिल हो कर इस अभियान का आगाज़ किया है. इस अभियान के तहत कांग्रेस नेेता और कार्यकर्ता देश के कोने-कोने में देश में सामाजिक-आर्थिक बदलाव की अब तक की सबसे बड़ी योजना-पांच न्याय,पच्चीस गारंटियां के बारे में लोगों को जानकारी दे रहे हैं.राहुल गांधी चार अप्रेल को अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र वॉयनॉड से इस अभियान की शुरुआत करेंगे. दिल्ली में घर-घर गारंटी अभियान में महिलाओं, किसानों, श्रमिकों, और शहरी युवाओं को पांच न्याय, पच्चीस गारंटियों की जानकारी दी जा रही है. युवाओं को भर्ती भरोसा के बारे में बताया जा रहा है,जिसके तहत तीस लाख सरकारी नौकरियों में भर्ती की गारंटी दी गई है. इसके अलावा पहली नौकरी पक्की, पेपर लीक से मुक्ति, गिग वर्करों को सामाजिक सुरक्षा और स्वरोजगार के लिए 5 हजार करोड़ के स्टार्ट अप फंड की गारंटी की जानकारी दी जा रही है.
दरसल पिछले दस साल के अन्याय काल में देश का बड़ा तबका बेरोजगारी, महंगाई, भ्रष्टाचार, अराजकता और अन्याय से बेहाल हो चुका है. हताशा के इस दौर मेें जनता को लोकतंत्र में विश्वास और उनकी समस्याओं के समाधान की आशा जगाने के लिए कांग्रेस ने एक बड़ी योजना तैयार की है. भारत जोड़ो यात्रा के दौरानपार्टी के पूर्व अध्य़क्ष राहुल गांधी के करोड़ों लोगों से संवाद के बाद जनता की आकांक्षाओं को समझते हुए कांग्रेस ने उनकी समस्याओं के निदान के लिए पांच न्याय-पच्चीस गारंटियां कार्यक्रम को आकार दिया है.
पांच न्याय के तहत कांग्रेस ने समाज के सबसे बड़े वंचित तबके के लिए हिस्सेदारी न्याय,आधी आबादी, को पूरा हक दिलाने के लिए नारी न्याय, मोदी सरकार के दोहरे दमन से पीड़ित अन्नदाता के लिए किसान न्याय, बेरोजगारी की महामारी से जूझते नौजवानों के लिए युवा न्याय और मेहनतकश मजदूरों के इंसाफ के लिए श्रमिक न्याय दिलाने का संकल्प लिया गया है. इन पांच न्याय के आधार पर उन पांच-पांच प्रमुख मुद्दों को चुना गया है, जहां अन्याय किया जा रहा है. घर-घर गारंटी दरसल इन पांच न्याय,पच्चीस गारंटियों के जरिए आवाम में बदलाव की उम्मीद जगाने की एक पहल है. देश में बिके हुए मीडिय़ा नेे जनता सेे जुड़े सवाल उठाना बंद कर दिए हैं. बल्कि गुमराह करने और सत्ता की खुशामद को ही पत्रकारिता मान लिया गया है. ऐसे में कांग्रेस ने जनता से सीधे संवाद की मुहिम छेड़ी हैै. पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने दक्षिण से उत्तर तक और पूर्व से पश्चिम तक भारत जोड़ो यात्रा कर सबके दिल का हाल जाना. उनकी समस्याओं को गहराई से समझा. साथ ही समाधान को लेकर भी सकारात्मक संवाद का अभियान यात्रा के साथ-साथ चलाया गया. पांच न्याय, पच्चीस गारंटियां मुहिम जनता की समस्याओं के व्याव्हारिक समाधान है. अब कांग्रेस पार्टी दोबारा जनता के पास जा रही है. इन पच्चीस गारंटियों का मतलब समझा रही है. कांग्रेस के कार्यकर्ता पूरे भारत में कम से कम 8 करोड़ घरों में गारंटी कार्ड्स को वितरित करेंगे. कर्नाटक और तेलंगाना में चुनाव अभियान के दौरान ऐसे गारंटी कार्ड्स का वितरण पार्टी केे लिए गेमचेंजर साबित हुए हैं. और कांग्रेस सरकार बनने के बाद इन दोनों ही राज्यों के लोग इन गारंटियों के अमल का असर महसूस करने लगे हैं. कांग्रेस ने हिस्सेदारी न्याय के लिए देश में सामाजिक-आर्थिक और जाति जनगणना को प्रभावी नीतियां बनाने के लिए ज़रूरी माना है. जाति जनगणना सामाजिक-आर्थिक रूप से वंचित वर्ग के उत्थान के लिए ज़रूरी है. तो कांग्रेस ने एससी,एसटी और ओबीसी आरक्षण की अधिकतम पचास फीसदी सीमा को हटाने की गारंटी भी दी है.एससी,एसटीके सब प्लान की कानूनी गारंटी,जल,जंगल और जमीन केे कानूनी हक, और आदिवासी क्षेत्रों में अपनी धरती, अपना राज की गारंटी सेे उनकी सामाजिक, सांस्कृतिक स्वतंत्रता को सुनिश्चित करने की गारंटी भी हिस्सेदारी न्याय में शामिल है. वहीं नारी न्याय के तहत दी गई पंच्चीस गारंटियोंं में कांग्रेस ने महालक्ष्मी योजना के तहत हर गरीब परिवार की महिला को सालाना एक लाख रुपए देने की गारंटी दी है. इसके अलावा केंद्रीय सेेवाओं में महिलाओं को पचास फीसदी आरक्षण,करने की गारंटी, आशा,आंगनवाड़ी,और मिड-डे मील बनाने वाली महिलाओं के वेतन में केंद्र सरकार के योगदान को दोगुना करने की गारंटी भी शामिल है, नारी न्याय के तहत महिलाओं को उनके हक बताने और कानूनी सहयोग के लिए हर पंचायत में एक अधिकारी मैत्री की नियुक्ति की भी गारंटी दी है. तो कामकाजी महिलाओं के लिए वर्किंग वुमेन हॉस्टलों की तादाद दोगुना करने की भी गारंटी है. वहीं ग्रामीण क्षेत्रों के मतदाताओं के लिए कांग्रेस ने किसान न्याय की बात कही है. जायज़ हक और वाजिब दाम के लिए आंदोलन कर रहे अन्नदाताओं के दर्द को कांग्रेस ने गहराई से समझा है. इसीलिए स्वामीनाथन कमेटी रिपोर्ट के फार्मूले के आधार पर एमएसपी तय करने की गारंटी दी गई हैै.किसानों की कर्ज माफी के लिए एक स्थाई आयोग बनाने, फसल नुकसान पर खाते में सीधा बीमा भुगतान, किसान हित में अनाज के निर्यात और आयात नीति बनाने और जीएसटी मुक्त खेती की गारंटी भी दी गई है.