छठे चरण में भी इंडिया गठबंधन एऩडीए से आगे, जनपोल सर्वेक्षण से खुलासा,खुल कर साथ आ रहे हैं मतदाता..

इंडिया गठबंधन ने छठे दौर की 57 सीटों के लिए मतदान से पहले ही इंडिया गठबंधन तीन सौ पार की ओर बढ़ता नज़र आ रहा है. छठे दौर में हरियाणा,उत्तर प्रदेश,दिल्ली, बिहार, झारखंड, प.बंगाल और ओडिशा में इंडिया गठबंधन को सीटों पर साफ बढ़त मिलती नज़र आ रही है.
हमारी जनपोल सर्वेक्षण टीम ने 17 से 21 मई के बीच छठे चरण में सात राज्यों की 57 सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए 8,366 लोगों से टेलीफोन और व्हॉट्सअप के जरिए उनकी राय जानी. सर्वेक्षण के आंकड़ों के मुताबिक 57 सीटों में से इंडिया गठबंधन 41 और एनडीए को 16 सीटें हासिल होने जा रही हैं.

हरियाणा में 25 मई को दस सीटों पर मतदान होने जा रहा है. इन दस सीटों में से इंडिया गठबंधन को 8 सीटें और एनडीए को सिर्फ दो सीटें मिल रही हैं.
वहीं छठे चरण की इन 10 सीटों में से अंबाला, सिरसा, हिसार, करनाल, सोनीपत, रोहतक, भिवानी महेंदरगढ़, गुरुग्राम औऱ फरीदाबाद की सीटों पर कांग्रेस बीजेपी से सीधे दो-दो हाथ कर रही है.

अंबाला में कांग्रेस प्रत्याशी को बीजेपी के मुकाबले से लगभग दो गुने वोट मिल रहे हैं. वहीं सिरसा में कांग्रेस 61 फीसदी और बीजेपी 35 फीसदी मतदाताओं की पहली पसंद है.हिसार में भी 60 प्रतिशत मतदाता कांग्रेस को अपनी पहली पसंद बता रहे हैं. वहीं करनाल में तो 69 फीसदी वोट कांग्रेेस को मिल रहे हैं. सोनीपत में भी 25 फीसदी से ज्यादा वोटर कांग्रेस को ही पसंद कर रहे हैं.

रोहतक में तो तीन गुने का फासला नज़र आ रहा है. यहां कांग्रस 75 फीसदी मतदाताओं की पहली पसंद है. तो बीजेपी को सिर्फ 23 फीसदी वोट से संतोष करना पड़ सकता है.

वहीं भिवानी महेंदरगढ़ में कांग्रेस को 64 फीसदी वोट मिल रहे हैं तो बीजेपी को 33 फीसदी मत प्राप्त होते दिखाई पड़ रहे हैं.

वहीं गुरुग्राम में कांग्रेस प्रत्याशी राजबब्बर भी आसान जीत की ओर बढ़ रहे हैंं, उन्हें 62 फीसदी वोट मिलने की उम्मीद है तो बीजेपी को 37 फीसदी वोट ही हासिल हो पाएंगे.

तो फरीदाबाद में तो कांग्रेस को करीब-करीब दो गुने की बढ़त दिखाई दे रही है. यहां कांग्रेस उम्मीदवार 69 फीसदी वोट हासिल करते नज़र आ रहे हैं तो बीजेपी सिर्फ 29 फीसदी वोट से बढ़ती नज़र नहीं आ रही है.

वहीं उत्तर प्रदेश में छठे चरण में 14 सीटों पर होने वाले मतदान में इंडिया को 9 और एनडीए को 5 सीटों पर बढ़त दिख रही है. यहां कांग्रेस प्रयागराज की सीट पर काबिज होती नज़र आ रही है. प्रयागराज में 58 फीसदी वोट कांग्रेस की झोली में आते दिख रहे हैं तो बीजेपी को 40 फीसदी वोट से संतोष करना पड़ रहा है.
वहीं दिल्ली में 25 तारीख को होने वाले मतदान में 5 सीटों पर इंडिया गठबंधन और सिर्फ दो सीटों पर एनडीए की जीत की उम्मीद है.

यहां उत्तर-पूर्व की सीट पर कांग्रेस औऱ बीजेपी के बीच दोगुने का फासला है. कांग्रेस प्रत्याशी को 66 फीसदी वोट और बीजेपी को सिर्फ 32 फीसदी मतदाता वोट देना पसंद कर रहे हैं. वहीं उत्तर-पश्चिम की सीट पर भी बीस फीसदी से ज्यादा वोटों का अंतर नज़र आ रहा है. यहां कन्हैया कुमार को 59 परसेंट तो बीजेपी प्रत्याशी को 38 फीसदी मत मिलते दिखाई दे रहे हैं. वहीं चांदनी चौक की सीट भी कांग्रेस की झोली में आना तय है. यहां कांग्रेस और बीजेपी के बीच लगभग दोगुने का फासला नज़र आ रहा है.

छठे चरण में बिहार की आठ सीटों में से 6 सीटें इंडिया गठबंधन और सिर्फ 2 सीटों पर एनडीए के पक्ष में जा रही हैं.

वहीं बिहार में इंडिया गठबंधन एनडीए को जबरदस्त टक्कर दे रहा है. यहां छठे चरण में कांग्रेस महाराजगंज में एनडीए से मोर्चा ले रही है.यहां कांग्रेसको 58 फीसदीऔऱबीजेपी को 40 प्रतिशत मतदाता पसंद कर रहे हैं. तो पश्चिम चंपारण में भी कांग्रेस ये लोकसभा सीट जीतती नज़र आ रही है.
झारखंड में भी छठे दौर में चार सीटों पर मतदान में इंडिया को 3-1 से बढ़त मिलती नज़र आ रही है. एनडीए को सिर्फ एक सीट पर संतोष करना पड़ सकता है. यहां कांग्रेस रांची और धनबाद में मजबूत स्थिति में नज़र आ रही है.

पश्चिम बंगाल की आठ सीटों पर भी छठे दौर में होने वाली वोटिंग के पहले ही छह सीटे साफ तौर पर इंडिया के खाते मेें जाती दिख रही हैै, वहीं बीजेपी को सिर्फ दो सीटें मिल रही हैं. यहां कांति और पुरुलिया की सीट पर कांग्रेस एनडीए से मुकाबले में है. दोनों सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवार मजबूत स्थिति में नज़र आ रहे हैं
ओडिशा की 6 सीटों पर होने वाले मतदान में 4 सीटें इंडिया गठबंधन को और सिर्फ दो एनडीए को मिल रही हैं.
ओडिशा में संभलपुर, क्योंझर,ढेंकेनाल,कटक,पुरी और भुवनेश्वर में कांग्रेस बढ़त बनाए हुए है.
लगातार छठे चरण तक इंडिया गठबंधन को व्यापक जनसमर्थन मिलता नज़र आ रहा है. छठे चरण तक मतदाता काफी मुखर रूप से इंडिया गठबंधन को समर्थन दे रहे हैं. हमारी जनपोल की टीम से बातचीत में मतदाताओं ने बेरोजगारी,महंगाई,भ्रष्टाचार को मुख्य चुनावी मुद्दा माना. भारतीय जनता पार्टी के साप्रदायिक प्रचार से भी मतदाता ऊबे हुए नज़र आए. वहीं कांग्रेस के न्यायपत्र को लेकर खासा उत्साह सर्वेक्षण के दौौरान नज़र आया. सभी पांच न्याय की पच्चीस गारंटियों को लेकर खासी दिलचस्पी दिखा रहे हैं. मतदाताओं का मनना है कि इस बार इंडिया गठबंधन औऱ खासकर कांग्रेस ने जनता के मुद्दों पर समाधान के साथ एक रोडमैप स माने रखा है. वहीं हिस्सेदारी न्याय को लेकर भी मतदाता काफी खुल कर अपनी बात रख रहे हैं. समझा जा रहा है कि इंडिया गठबंधन बहुमत पार कर चुका है और अंतिम चरण तक साढ़े तीन सौ का आंकड़ा छूने की तैयारी में हैं.

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