मोदी 3.0: नाकामियों के सौ दिन: कांग्रेस ने गिनाईं मोदी सरकार की विफलताएं

 

नरेंद्र मोदी का तीसरा कार्यकाल के पहले सौ दिन में ही देश में गहरी हताशा का माहौल बनता जा रहा है. लोकसभा आम चुनाव 2024 के पहले ही पीएम मोदी ने अतिरिक्त आत्मविश्वास भरा बयान गेते हुए कहा था कि हम अभी से तीसरे कार्यकाल के पहले सौ दिन का रोडमैप तैयार कर रहे हैं. अब कांग्रेस ने सवाल किया है कि मोदी 3.0 के सौ दिन गुजर चुके लेकिन वो रोडमैप कहां है, जिसके लिए मोदी खम्म ठोक रहे थे.

अगर पिछले दोनों कार्यकाल के मुकाबले तीसरे कार्यकाल का मूल्यांकन किया जाए तो खुद नरेंद्र मोदी अब खुद विरक्त से नज़र आ रहे हैं और समय काटते दिखाई पड़ रहे हैं। लोकतंत्र की बैसाखियों पर सत्ता बचाए नरेंद्र मोदी बीजेपी को कम सीटें मिलने की सज़ा देश को देते लग रहे हैं.

कांग्रेस की सोशल मीडिया विभाग की प्रमुख सुप्रिया श्रीनेत ने एनडीए सरकार और नरेंद्र मोदी से सौ दिन का हिसाब मांगा है. सुप्रिया श्रीनेत ने कहा है कि आज नरेंद्र मोदी सरकार ने अपने 100 दिन पूरे किए हैं. यह 100 दिन देश के किसानों, युवाओं, महिलाओं, इंफ्रास्ट्रक्चर, रेलवे, अमन शांति के लिए बहुत भारी पड़े हैं – इन सौ दिनों ने यह साबित कर दिया है कि मोदी के पास देश की समस्याओं के लिए ना कोई समाधान है, ना कोई विज़न, समस्याओं से मुँह मोड़ना और रणछोड़ के भागना आज भी उनकी आदत है.

कांग्रेस ने मोदी 3.0 के कार्यकाल को यू टर्न सरकार का तमगा दिया है. सुप्रिया श्रीनेत ने कहा है कि मोदी सरकार को लेटरल एंट्री रोकने,ब्रॉडकास्ट बिल और वक्फ बोर्ड बिल वापिस लेने, इंडेक्सेशन को चालू रखने और नेशनल पेंशन स्कीम (एनपीएस) की जगह यूनिफाइड पेंशन स्कीम (यूपीएस) लाने के लिए बाध्य होना पड़ा है.

वहीं रेलवे की हालत के लिए कांग्रेस ने मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा है कि पहले सौ दिन में 38 से ज्यादा रेल हादसे हुए हैं, जिसमें 21 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और कम से कम 112 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं. कंचनजंघा एक्सप्रेस हादसे से लेकर शायद ही कोई दिन ऐसा गुजरता है, जब रेल हादसा नही होता है. कांग्रेस ने रेल मंत्री पर तंज कसते हुए रील मंत्री बताया है और कहा है कि वे रेलवे की स्थिति सुधारने के बजाय रील बनाने में व्यस्त रहते हैं.

मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के पहले सौ दिन कमज़ोर और ध्वस्त होते इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए याद किए जाएंगे. सुप्रिया श्रीनेत ने कहा है कि  56 बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स, जिनमें एयरपोर्ट, पुल, सड़क, और वो मूर्तियाँ जिनका अभी हाल ही में उद्घाटन हुआ, वो ज़मींदोज़ हो गए हैं.  मोदी ने जबलपुर,दिल्ली और राजकोट एयरपोर्ट का उद्घाटन किया था, वो पहली ही बारिश झेल नहीं सके हैं. तो छत्रपति शिवाजी की मूर्ति स्थापना के आठ महीनो के भीतर खंडित हो गई है. शिवाजी का ये अपमान देश कभी नहीं भूलेगा. औऱ तो और संसद की नई ईमारत की छत से पानी टपकने पर बाल्टी लगाना पड़ा. तो भगवान राम के दरबार में भी भ्रष्टाचार हुआ. अयोध्या में राम मंदिर के गर्भग्रह में भी पहले ही साल पानी का रिसाव हुआ. तो 18 हज़ार करोड़ की लागत से बने अटल सेतु में दरारें आ गई हैं. वहीं, गुजरात के सुदर्शन सेतु का उद्घाटन फ़रवरी 2024 में ही हुआ और उसमें दरार और गढ्ढे पड़ गए. इन्फ्रास्ट्रक्चर को लेकर मोदी सरकार पिछले दस साल से अपनी पीठ ठोकती रही है. वहीं पहले सौ दिन में ही पुलों, मूर्तियों के गिरने और सड़कों के फटने से पीएम मोदी की तीसरे कार्यकाल में खासी फज़ीहत हो रही है.

वहीं आंतरिक सुरक्षा के मोर्चे पर मोदी सरकार की विफलता को लेकर भी कांग्रेस ने जम कर निशाना साधा है. सुप्रिया श्रीनेत ने कहा है कि तीसरे कार्यकाल के पहले सौ दिन में ही 26 से ज्यादा आतंकी हमले हुए हैं, जिनमें 21 से ज्यादा जवान शहीद हुए हैं और 29 से ज्यादा गंभीर रूप से जख्मी हुए हैं. इन आतंकी हमलों में 15 से ज्यादा आम लोग मारे गए हैं और 47 लोग घायल हुए हैं. आतंकवाद अब जम्मू में दोबारा लौट आया है, जबकि यहां आतंकवाद समाप्त हो गया था. श्रीनेत ने मोदी पर बड़ा हमला बोलते हुए यहां तक कहा कि अब प्रधानमंत्री मोदी के मुंह से श्रद्धांजलि के शब्द तक नहीं निकल रहे हैं.

महिलाओं के प्रति अपराधों को लेकर सुप्रिया श्रीनेत से पीएम मोदी पर सीधा वार किया. उन्होंने कहा कि ”इस देश की आधी आबादी के साथ जो आपके गुर्गों ने किया वो  क्षमा न देने वाले अपराध हैं. आप वही हैं ना जो देश की बेटियों का यौन शोषण करने वालों के साथ लगातार खड़े रहे.”  श्रीनेत ने कहा कि सौ दिनों में महिलाओं के प्रति अपराध की 104 वारदात हुईं और 157 पीड़िताएं सामने आईं. उन्होंने काशी में हुए जघन्य सामूहिक बलात्कार की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि आरोपी बीजेपी आईटी सेल के निकले.

मणिपुर को लेकर पीएम मोदी पर बहुत तीखा हमला बोलते हुए सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि “लद्दाख के पूर्व सांसद और कॉउन्सिलर, चरवाहों ने लगातार वहां घुसपैठ के मुद्दे को उठाया, लेकिन आपने कुछ नहीं किया.  16 महीने से इस देश का एक राज्य जल रहा है, लेकिन आपमें ना इतना साहस है ना नीयत है कि आप मणिपुर जाएं. असलियत ये है कि आप लगातार कुर्सी से चिपकने के लिए लालायित हैं.”

युवाओं और छात्रों की समस्या उठाते हुए सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि पिछले सौ दिनों में लगातार पेपर लीक होते रहे. NEET परीक्षा में धांधली हुई और पेपर लीक हुए. UGC NET पेपर लीक हुआ. वहीं CSIR NET और  NEET PG की परीक्षा स्थगित करनी पड़ी.

कांग्रेस ने खस्ताहाल अर्थव्यवस्था को लेकर भी मोदी सरकार पर निशाना साधा. श्रीनेत ने कहा कि रुपए में ऐतिहासिक गिरावट आई है. 82.75/$ (9 जून) से रुपया गिर कर 16 सितंबर को 83.92 प्रति डॉलर हो गया है. विदेशी निवेश (FDI) 43% नीचे आ गया है और बेरोज़गारी ने 8 महीने का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. वहीं महंगाई की मार और बढ़ गई है. टोल टैक्स 15% बढ़ा दिया गया है. CNG और कमर्शियल LPG  के दाम बढ़ गए हैं. तो आटा, दाल, दूध महँगा हुआ है. सबसे ज्यादा मार मध्यम वर्ग पर पड़ी है. मिडिल क्लास पर LTCG, Indexation की मार पड़ी है.

मोदी सरकार के सौ दिन का रिपोर्ट कार्ड जारी करते हुए सुप्रिया श्रीनेत ने पीएम मोदी से पूछा है कि पड़ोसी देशों से रिश्ते सुधारने के लिए आप क्या कर रहे हैं? भ्रष्टाचार, महिला सुरक्षा, अर्थव्यवस्था पर कब बोलिएगा?

बीजेपी की 100 दिन की बुकलेट पर सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि आज असलियत ये है कि आपके मंत्रियों-सांसदों-विधायकों को गांव में घुसने नहीं दिया जा रहा है ये बुकलेट लेकर कहां जाएंगे.

हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में बीजेपी के खिलाफ जिस तरह से माहौल दिखाई दे रहा है, उससे मोदी सरकार बैकफुट पर नज़र आ रही है.

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